April 18, 2024

बढ़ते कोरोना कहर के रोकथाम को अब हर परिवार को मिलेंगी दवाईया, डीएम ने दिए जल्द कार्यवाही के आदेश

बागेश्वर ।   कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सभी उपजिलाधिकारियों, स्वास्थ विभाग एवं संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आहूत की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं उचित उपचार के लिए शासन के निर्देशानुसार सभी लोगो को आर्इवरमेक्टिन औषधि को मास कीमॉप्रॉफायलैक्सिस के रूप में प्रदान कियें जाने हेतु कार्ययोजना तैयार की जानी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से निरंतर कोविड-19 का प्रकोप बढते जा रहा हैं जिसके रोकथाम के लिए टीकाकरण कार्यक्रम व्यापक रूप से चलाया जा रहा है। संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों में जनसामान्य में संक्रमण के प्रभाव को नियंत्रित करने एवं जनसामान्य में इस संक्रमण को गंभीर रूप से लेने से रोकने हेतु प्रारंभिक रोकथाम के लिए यह आवश्यक हो गया हैं कि इस संक्रमण पर प्रभावी रूप से कार्य करने वाली औषधी आर्इवरमेक्टिन को जन सामान्य को दिया जायेगा। उन्होंने अवगत कराया कि राज्य स्तरीय क्लीनिकल टैक्निकल कमेटी के संस्तुति के उपरान्त सम्यक विचारोपरांत यह निर्णय लिया गया कि राज्य के समस्त परिवारों को टैब आर्इवरमेक्टिन 12 एमजी की औषधी तैयार इस आश्य से किट तैया किया जाना है,जिसमें दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं, लीवर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को उक्त दवा नही दी जानी है बाकी सभी को स्वास्थ विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार दवा दी जानी है। जिसके लिए दवा किट तैयार करने हेतु स्वंय सहायता समूह के माध्यम से किट तैयार कियें जाने है इसके सफल क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी विकास खंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होने कहा कि दवा वितरण में बीएलओ, आंगनाबाडी, आशा कार्यकत्री, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान, स्वंय सेवी संस्थायें तथा नगर क्षेत्र में वार्ड मैम्बर/पार्षद आदि का सहयोग लिया जायेगा, इसके लिए उन्होंने सभी उपजिलधिकारियो को निर्देश दियें कि दवा वितरण हेतु उचित जल्द से जल्द कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दियें। जिसमें उक्त सभी का सहयोग लिया जाय, तथा सभी की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा सामान्य उपचार हेतु दवा किट उपलब्ध करायें जाने हेतु एवं होम आइसोलेशन में रह रहें व्यक्तियों की निगरानी तंत्र मजबूत कराने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड नियंत्रण समिति में ग्राम प्रधान अध्यक्ष, महिला मंगल, युवक मंगल, वन पंचायत सरपंच, आंगनबाडी एवं आशा कार्यकत्री, ग्राम प्रहरी, एनएसएस, एनवार्इके के स्वंय सेवक, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि सदस्य होगे। उन्होंने कहा कि पूर्व में ग्राम पंचायत पर गठित निगरानी समिति में अन्य सदस्यों को शामिल करने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि उक्त समिति का दायित्व होगा कि गांव में आने वाले व्यक्तियों को होम आइसोलेशन करने, दवा किट उपलब्ध कराने तथा सभी की निगरानी कियें जाने का पूर्ण दायित्व होगा। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दियें कि कोविड संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए बाहर से आने वाले व्यक्तियों के त्वरित सैंपल लियें जाय, जिसके लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश दियें। और कहा कि एक दिन मे अधिक से अधिक टेस्ट करायें जाय। उन्होंने उपजिलाधिकारी बागेश्वर को निर्देश दियें कि काफलीगैर ंस्टेजिंग एरिया में आने वाले व्यक्ति यदि संक्रमित पाया जाता है व उनके पास स्वंय के वाहन नही ंतो उन्हें कोविड केयर सेंटर में लाने की व्यवस्था की जाय इसी के साथ उपजिलाधिकारी गरूड को निर्देश दियें कि स्टेजिंग एरिया कौसानी में आने वाले ऐसे व्यक्तियों के लिए कौसानी में ही किसी होटल को अधिग्रहण करते हुए उनमें संक्रमित लोगो की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि बढते संक्रमण के मद्देनजर ब्लॉक स्तर पर भी कोविड केयर सेंटर बनायें जायेगे, जिसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थायें करने के निर्देश दियें। बैठक में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी के0एन0तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 बीडी जोशी, उपजिलाधिकारी बागेश्वर योगेन्द्र सिंह, काण्डा राकेश चन्द्र तिवारी, कपकोट प्रमोद कुमार, गरूड जयवर्द्धन शर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी बसंत सिंह मेहता, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, डॉ0 हरीश पोखरिया, डॉ0 राजेश गुज्याल, जिला आपदा प्रबंधक अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद रहें।