April 19, 2024

डंगोली बागेश्वर में मुख्यमंत्री का स्वरोजगार पर बल।

बागेश्वर।  ( आखरी आँख समाचार )  ग्राम छटिया डंगोली में मैसर्स रिद्धि-सिद्धि के नवीन अल्टा्र मॉडर्न प्लांट का शुभारम्भ आज प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के पेयजल एवं वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड सरकार ने राज्य के अन्दर उद्योगों की स्थापना के लिए कर्इ काम किये जा रहे हैं जिससे उद्योग स्थापना करने से जहां एक और घरेलू सकल उत्पाद में वृद्धि होगी। सरकार के द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए सरकार लघु उद्योग स्थापित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि उद्योग स्थापित होने से जिले के बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार के लिए बाहरी शहरों की और रूख नहीं करना पड़ेगा उन्हें अपने घर पर ही रोजगार मुहैया होगा। जिसका फायदा यहां के स्थानीय लोगों को मिलेगा और पलायन पर भी अंकुश लगेगा। यह बात प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ग्राम छटिया डंगोली में मैसर्स रिद्धि-सिद्धि के नवीन अल्टा्र मॉडर्न प्लांट का शुभारम्भ के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने के लिए पहाडी क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करना अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि ग्राम छटिया डंगोली में मैसर्स रिद्धि सिद्धि के नवीन अल्ट्रा मार्डन प्लाट के शुभारम्भ होने पर उन्होंने निदेशक हीरा सिंह भाकुनी को बहुत-बहुत बधाइयां दी कहा कि आपकी मेहनत ने ग्राम छटिया में नवीन अल्टा्र मॉडर्न प्लांट की स्थापना हुर्इ है। जिसमें वर्तमान में 30 स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2022 तक 500 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। मैसर्स रिद्धि-सिद्धि के नवीन अल्टा्र मॉडर्न प्लांट का निर्माण 04 करोड़ 23 लाख की धनराशि प्रथम चरण का निवेश से उद्योग स्थापित किया गया है। इसमें लीसा से बनने वाले प्राइमरी प्रोडक्ट, बिरौजा तारपीन तेल, वारनीस हैं नर्इ तकनीकी से इन प्राइमरी प्रोडक्टों से सैकन्ट्री एवं ट्रसरी (बायो प्रोडक्ट) जैसे विभिन्न प्रकार के रेजिंग, पाइन ऑयल इत्यादि बनाये जायेगें। उद्योग स्थापित होने से इन प्रोडक्टों के निर्माण होने से जहां एक और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया होगा वहीं दूसरी और सरकार को भी राजस्व प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि वित्तिय वर्षो में लीसे से सम्बन्धित प्रोडक्टों के न होने के कारण किसी प्रकार का राजस्व नहीं मिल पा रहा था। 02 वर्ष 03 वर्ष पूर्व पुराने लीसे के कनस्तर बन विभाग के निर्मित डिपों में रखे गये जो किसी उपयोग में नहीं लिया जा रहा था अब उद्योग स्थापित होने से लीसे को उपयोग में लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य है इसका निर्माण जिस उद्देश्य के लिए किया गया है उन बातों को हमें ओझल नहीं करनी होगी जिसके लिए प्रदेश सरकार ने एक सोच विकसित की है कि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में विकास कैसे हो और हमने उसी दिशा में एक निवेश सम्मेलन का आयोजन देहरादून में विगत दिवसों में आयोजित किया गया था, जिसके लिए देश के महानगरों एवं भारत के बाहर के देशों के 17 निवेशकों के द्वारा प्रतिभाग किया गया और उनके द्वारा उत्तराखण्ड में निवेश करने की इच्छा जाहिर की गर्इ। उन्होंने कहा कि किसी देश, प्रदेश या अन्य क्षेत्र के विकास के लिए सुदृण अर्थव्यवस्था रीड की हड्डी होती है। अगर हमारे आर्थिक स्थिति ठीक है तो विकास के कार्य तेजी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के पास मानव संसाधन बहुत बेहतरीन हैं और उत्तराखण्ड के लोग विश्वासपात्र होते है और इनकी सोच सकारात्मक और सक्रिय है तथा कुछ करना चाहते हैं, प्रकृति ने भी हमें इस लायक बनाया है जब हम उत्तराखण्ड में उद्योग स्थापित करने के विषय में निवेशकों के बीच गये तो इसका परिणाम बहुत अच्छा आया जिसके फलस्वरूप 01 लाख 20 हजार करोड़ का निवेश करने की इच्छा निवेशकों ने जाहिर की। निवेशकों के माध्यम से हम अपने प्रदेश में दूरस्थ क्षेत्रों तक विकास पहुंचा सकते हैं, और उत्तराखण्ड बनाने के पीछे जो कल्पना थी और उत्तराखण्ड किसके लिए बनाना है उस सपने को साकार करने का मौका आज हमारे पास है। जिसकी शुरूवात हो गर्इ है, इसके लिए हम सभी प्रदेश वासियों को निवेशकों के अनुकुल माहौल बनाना होगा ताकि उत्तराखण्ड में ज्यादा से ज्यादा निवेशक अपना निवेश कर सकें, और उन्होंने सभी लोगों से स्वरोजगार अपनाने के लिए आगे आने को कहा। इस अवसर पर जिलाधिकारी, रंजना राजगुरू, पुलिस अधीक्षक, पंकज भट्ट, मानीय वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत, विधायक बागेश्वर चन्दन राम दास, कपकोट विधायक बलवन्त सिंह भार्ैयाल जिलाध्यक्ष शेरसिंह गडिया, जिला पंचायत सदस्य शिवसिंह बिष्ट, कुन्दन सिंह परिहार, मुख्य विकास अधिकारी, एसñएसñएसñ पांगती, अपर जिलाधिकारी, राहुल गोयल, उपजिलाधिकारी, गरूड सुन्दर सिंह, बागेश्वर, राकेश चन्द्र तिवारी, जिला विकास अधिकारी, के.एन.तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी, अरूण कुमार वर्मा महाप्रबन्ध उद्योग बीñसीñ पाठक सहित जनपद स्तरीय अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति व जनता मौजूद थी।