सडक़ के लिए जसोली के ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग। जिले के रानीगढ़ क्षेत्र में जसोली-राइंका चमकोट मोटरमार्ग
निर्माण की मांग को लेकर जसोली के ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में धरना
प्रदर्शन किया। साथ ही डीएम से जल्द कार्रवाई की मांग की। ग्रामणों ने
चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सुनवाई न हुई तो ग्रामीण आज मंगलवार से
श्रमदान के साथ सडक़ का निर्माण शुरू कर देंगे। सोमवार को रानीगढ़ पट्टी
की ग्रामसभा जसोली की प्रधान अर्चना चमोली के नेतृत्व में स्थानीय लोगों
ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने
जसोली-राइंका चमकोट सडक़ निर्माण में शासन-प्रशासन और विभाग पर ग्रामीणों
की अनदेखी का आरोप लगाया। प्रधान ने कहा कि लंबे समय से ग्रामीण सडक़
निर्माण के लिए सरकार और प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, किंतु वन भूमि के
चलते सडक़ को लटकाया जा रहा है। अब ग्रामीणों ने खुद ही सडक़ निर्माण का
निर्णय लिया है। कहा कि सडक़ न होने से समय पर स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने
से कई लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी रही है यहां तक कि कई लोगों की जान
भी चली जाती है। सामाजिक कार्यकर्ता मदनमोहन चमोली ने कहा कि स्पेशल
कंपोनेंट प्लान में जसोली की दलित बस्ती को शामिल न किया जाना भी साजिश
का एक हिस्सा लगता है। इस सडक़ के निर्माण से कई जनसुविधा केंद्र जुड़े
हुए हैं। इस सडक़ के बनने से स्वास्थ्य केंद्र, इंटर कॉलेज, आंगनबाड़ी
केंद्र और इससे जुड़ी जनता को भी लाभ मिलेगा। इधर, यूकेडी के युवा नेता
मोहित डिमरी ने धरना स्थल पर जाकर आंदोलन को समर्थन दिया। उन्होंने कहा
कि स्थानीय विधायक दावा कर रहे है कि उन्होंने सडक़ों का जाल बिछा दिया
है, किंतु आज भी कई गांव सडक़ों के लिए आंदोलन कर रहे हैं। जसोली में
अनुसूचित बस्ती की आबादी चालीस प्रतिशत से अधिक है। इसे स्पेशल कंपोनेंट
प्लान का लाभ मिलना चाहिए। किंतु सडक़ को आज तक नहीं बनाया गया। इस मौके
पर एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से वार्ता की। जिलाधिकारी मनुज गोयल
ने कहा कि सडक़ से संबंधित फाइल नोडल कार्यालय भारत सरकार को भेजी गई है।
इसकी लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। इस मौके पर यूकेडी के वरिष्ठ
उपाध्यक्ष भगत चौहान, आईटी महामंत्री सुमित कठैत, त्रिलोक चौधरी, दिनेश
रावत, रामलाल, बिंदी लाल, पुष्कर लाल, रमेश मैठाणी, हरीश मैठाणी, ज्योति
देवी,मदन लाल, मनोरी लाल, दीपक लाल आदि मौजूद थे।