March 29, 2024

हॉकी में भारत की पुरुष टीम का शानदार आगाज, न्यूजीलैंड को 3-2 से पीटा- आखिरी 3 मिनट में 4 बचाव कर श्रीजेश बने हीरो

अनुराग ठाकुर, प्रमाणिक और ओलंपिक दिग्गजों ने उद्घाटन समारोह के स्क्रीनिंग कार्यक्रम में भारतीय दल का उत्साहवर्धन किया
नयी दिल्ली , । केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक, चार बार के ओलंपियन योगेश्वर दत्त और भारत की पहली महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी ने यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह की स्क्रीनिंग कार्यक्रम में भारत का उत्साहवर्धन किया।
रेल राज्य मंत्री राव साहेब पाटिल दानवे और श्रीमती दर्शना जरदोश, चार बार के ओलंपियन योगेश्वर दत्त, भारत की पहली महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी, मुक्केबाज अखिल कुमार और सचिव (खेल), रवि मित्तल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुसार चीयर 4 इंडिया अभियान के हिस्से के रूप में भारतीय एथलीटों को प्रोत्साहित करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारतीय दल को प्रेरित करने के प्रयास से जुड़े इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से कई गणमान्य हस्तियों एवं एथलीटों ने आभासी माध्यम से भाग लिया। मध्य प्रदेश की खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया; हॉकी ओलंपियन और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह और ओडिशा के खेल मंत्री तुषार कांति बेहरा देश के विभिन्न हिस्सों से भारतीय दल का समर्थन करने वाले लोगों में शामिल थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में ठाकुर ने कहा कि एथलीटों और आयोजकों, दोनों की दृष्टि से टोक्यो ओलंपिक के लिए भारत की राह परीक्षणों और जीत से भरी एक यात्रा जैसी रही है। कई मायनों में, बिल्कुल ओलंपिक खेलों की तरह! ठाकुर ने कहा कि हमने दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ खिलाडिय़ों और उनके हितों को केंद्र में रखा हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में हमने भारत की खेल अवसंरचना को नया रूप दिया है और इसका विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि आज छोटे शहरों से उभर रही प्रतिभा पर ध्यान दिया जा रहा है, उनको विकसित किया जा रहा है क्योंकि वे उच्च स्तर पर स्पर्धा के लिए बेहतरीन सुविधाएं और पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम देश में खेल की संस्कृति बनाने की दिशा में एक नया दृष्टिकोण लाए हैं। ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले सात वर्षों में भारत को खेल महाशक्ति बनाने के लिए जमीनी स्तर पर काम किए गए हैं।
ठाकुर ने साथ ही कहा कि 130 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाएं 127 ओलंपिक खिलाडिय़ों को प्रेरित करेंगी जो खेलों के सबसे बड़े मंच पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। हम आज, टोक्यो ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले भारतीय दल का मनोबल बढ़ा रहे हैं जो हमारे लिए बहुत गौरव का क्षण है।
खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि चाहे ओडिशा हो या बंगाल या मणिपुर, देश के पूर्वी हिस्से ने भी हमें मैरीकॉम और हिमा दास जैसे उत्कृष्ट खिलाड़ी दिए हैं।
इस बातचीत के दौरान चार बार के ओलंपियन योगेश्वर दत्त ने कहा कि खिलाडिय़ों में पदक को लेकर जो चाहत दिख रही है, वह भारत को जीत दिलाएगी। ओलंपिक में अपनी जीत को याद करते हुए भारत की पहली महिला पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी ने कहा कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री ने उन्हें भारत की बेटी कहा तो उनकी आंखों में आंसू आ गए थे। पूर्व भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी और राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा, मेरे लिए खेल का वातावरण और देश में खेलों का विकास ही वास्तव में मुझे आगे बढ़ाता है, मैंने खेलों में एक विशिष्ट बदलाव और लोगों की ओर से समर्थन को देखा है।
रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश ने इस बात पर प्रकाश डाला कि रेलवे के 25 प्रतिनिधियों में से 21 महिलाएं हैं और कहा कि भारत के पदक जीतने का उन्हें पूरा भरोसा है। रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि भारतीय रेलवे के पास एथलीटों के प्रशिक्षण के लिए अच्छे कोच हैं। उन्होंने कहा कि हम निकट भविष्य में खेलों के लिए रेलवे के सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जो खिलाडिय़ों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और अन्य सुविधाएं मुहैया कराएंगे। हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडिय़ों में बड़ी संख्या में एथलीट हरियाणा से हैं और उम्मीद है कि वे पदक जीतकर अपने देश का नाम रोशन करेंगे। मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि अगर हम अपने एथलीटों को सही प्रशिक्षण, सुविधाएं और कोचिंग प्रदान करें तो उनके पदक जीतने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
सोनी स्टूडियो के साथ अपनी बातचीत के दौरा अनुराग ठाकुर ने कहा कि हम बुनियादी ढांचे का निर्माण करके और खेलो इंडिया युवा खेलों, खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल और खेलो इंडिया स्कूल गेम्स जैसे खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करके खेलों के विकास पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम देश में बड़े खेल आयोजन कराने की भी कोशिश करेंगे। हमारा एक और ध्यान अच्छी गुणवत्ता वाले कोच तैयार करने पर होगा। और अंत में एथलीटों को रोजगार के अवसर देने से उन्हें खेल को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
बाद में गणमान्य व्यक्तियों ने आयोजन स्थल पर ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह का लाइव प्रसारण देखा और भारतीय दल के टोक्यो के नेशनल स्टेडियम में मार्च करने के दौरान जोरदार जयघोष करते हुए नारे लगाए।
भारत इन ओलंपिक खेलों में 18 खेल स्पर्धाओं में 127 एथलीटों का अपना सबसे बड़ा दल भेजा है, जिसमें 56 एथलीटों का सर्वोच्च महिला प्रतिनिधित्व भी शामिल है।
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हॉकी में भारत की पुरुष टीम का शानदार आगाज, न्यूजीलैंड को 3-2 से पीटा- आखिरी 3 मिनट में 4 बचाव कर श्रीजेश बने हीरो
टोक्यो , । भारत की मेंस हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक्स की टर्फ पर अपने सफर की शुरुआत जीत से की है। अपने पहले मैच में उसने न्यूजीलैंड को हरा दिया है। भारत ने ये मुकाबला 3-2 से जीता। अपने पहले मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए को मैच जिताने में हरमनप्रीत सिंह और श्रीजेश का खास योगदान रहा। इस दौरान दोनों टीमों की तरफ से शानदार मुकाबला देखने को मिला।  इस जीत के साथ मनप्रीत सिंह की टीम को आगे बढऩे के लिए जिस टॉनिक की दरकार थी, वो मिल चुकी है। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के 3 गोल दो खिलाडिय़ों ने मिलकर किए। हरमनप्रीत सिंह ने 2 गोल दागे जबकि एक गोल रूपिंदर पाल सिंह ने किया। मुकाबले में दोनों टीमों की ओर से अटैकिंग और रोमांचक हॉकी देखने को मिली।
मुकाबले का पहला गोल न्यूजीलैंड की ओर से हुआ। कीवी टीम ने मैच के पहले 2 मिनटों में ही गोल कर 1-0 की बढ़त ले ली। लेकिन इसके बाद भारत ने पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए गोल दागकर मैच को बराबरी पर ला खड़ा किया। भारत के लिए न्यूजीलैंड के गोलपोस्ट पर पहला गोल हरमनप्रीत सिंह के स्टिक से हुआ।  दोनों टीमों के बीच मैच का पहला चर्टर 1-1 की बराबरी पर खत्म हुआ।
मैच के दूसरे और तीसरे चर्टर में भारत ने मुकाबले में अपनी बढ़त बनाते हुए पकड़ बना ली। न्यूजीलैंड के गोलपोस्ट पर दूसरा गोल भारत की ओर से रूपिंदर पाल सिंह ने दागा। जबकि तीसरा गोल एक बार फिर से हरमनप्रीत सिंह ने किया। हालांकि तीसरे चर्टर के खत्म होते होते न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ने मैच का पहला फील्ड गोल दागकर मैच को 3-2 पर लाकर खड़ा कर दिया।
मैच का चौथा चर्टर गोलरहित रहा लेकिन सबसे रोमांचक हुआ। इस चर्टर में न्यूजीलैंड ने भारतीय गोलपोस्ट में गेंद को डालने की कई कोशिशें की, हालांकि वो नाकाम रही। चौथे चर्टर में जब आखिरी 3 मिनटों में न्यूजीलैंड को 3 पेनाल्टी कॉर्नर मिले। लेकिन भारतीय गोलकीपर श्रीजेश उसकी कोशिशों के बीच दीवार बनकर खड़े हो गए। भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने अपनी सूझबूझ से कॉर्नर पर गोल दागने के न्यूजीलैंड की सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया, जिस वजह से भारत ये मुकाबला 3-2 से जीतने में कामयाब रहा। भारत का अगला मैच इससे भी बड़ा होगा, जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से है। दोनों टीमों के बीच ये मैच रविवार को होगा।